पढ़िए क्या लिखा है अखिलेश यादव के भाग्य में: राजा बनेगा या रंक

ज्योतिष डेस्क/भोपाल समाचार। उत्तर प्रदेश मॆ समाजवादी पार्टी का धमाल पूरा भारत देख रहा है।जिसको लाठी उसकी भैंस की तर्ज पर अखिलेश ने पार्टी की बागडोर अपने हाथ मॆ ले ली है।आगामी चुनाव मॆ अखिलेश की हवा होने के कारण सभी अखिलेश के साथ सत्ता सुख के लिये इकठ्ठे हो गये।लेकिन जिस जहाज पर ये लोग सवार हुए है वो सबको पार ले जायेगा या फ़िर तूफान मॆ फँस जायेगा ये चिंतन का विषय है आइये इसके लिये अखिलेश यादव की पत्रिका देखें।

अखिलेश यादव की कुंडली
अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 कों कन्या लग्न व मिथुन सूर्य लग्न व राशि में हुआ।पत्रिका में बुध ग्रह का विशेष प्रभाव है। बुध ग्रह को आकाशमंडल में युवराज का पद दिया गया है। बुध ग्रह को युवावस्था, शिक्षा तथा बुद्धि का कारक माना जाता है। अखिलेश की पत्रिका में बुध ग्रह भाग्य के स्वामी शुक्र के साथ गुरु की उच्च राशि में लाभ भाव में बैठा है। भाग्येष व  लग्नेष की लाभ भाव में स्थिति ने उन्हे अपने पिता द्वारा मुख्यमंत्री का पद दिलवाया। अखिलेश को पढ़े लिखे युवा मुख्यमंत्री का तमगा हासिल है।

केतु की दशा में क्या होगा
फरवरी मॆ अखिलेश कॊ केतु की दशा प्रारम्भ होगी। राज्य स्थान में चंद्र, सूर्य व शनि के साथ बैठा नीच राशि का केतु ग्रहण योग की सृष्टि कर रहा है। जो पिता के लिये घातक हो चुका है। केतु की दशा बुध ग्रह के विपरीत परिणाम देती है यदि ऐसा हुआ तो परिणाम भयंकर उल्टे आयेंगे। अशुभ केतु भयानक वेदना व कष्ट देता है। दशम स्थान का केतु राज्य स्थान में ग्रहण योग बना रहा है जो सत्ता से बेदखल भी कर सकता है। पत्रिका में जितनी शुभ स्थिति बुध ग्रह की उतनी अशुभ स्थिति केतु की है जो उल्टे परिणाम दें सकती है। अखिलेश के लिये केतु की दशा के 7 वर्ष कष्टप्रद हो सकते है। ये समय उनके पिता के लिये भी हानिकारक होगा।
पण्डित चंद्रशेखर नेमा "हिमांशु"
9893218948,9893280184
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