भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ अन्नजल त्यागने वाली दलित महिला आईएएस शशि कर्णावत एवं मुख्यमंत्री के प्रिय आईएएस राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ आवाज उठाने वाले दलित आईएएस रमेश थेटे को बर्खास्त करने की कवायद शुरू हो गई है। हालांकि दोनों को बर्खास्त करना इतना आसान भी नहीं होगा परंतु सरकार और दलित आईएएस अफसरों के बीच तनाव तेज हो गया है। शशि कर्णावत 39 महीने से सस्पेंड चल रहीं हैं एवं पिछले 4 दिनों से उन्होंने अन्नजल त्याग रखा है।
जीएडी मंत्री ने बुलाई प्रेस कान्फ्रेंस...
जीएडी राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने कर्णावत के सभी आरोपों को गलत और आधारहीन बताया। उन्होंने कहा कि शशि कर्णावत की आईएएस से बर्खास्तगी का प्रस्ताव विचाराधीन है। बर्खास्तगी पर निर्णय केन्द्र सरकार को लेना है। राज्य सरकार के हाथ में शशि कर्णावत के मामले में कुछ नहीं है। लाल सिंह आर्य ने आईएएस अफसर रमेश थेटे द्वारा एडिशनल चीफ सेक्रेट्री राधेश्याम जुलानिया पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर कोई भी जवाब नहीं दिया।
उपवास को 4 दिन हुए हालात बिगड़ी
अनशन पर बैठीं कर्णावत की हालत बिगड़ती जा रही है। उन्होंने सरकार के रवैये के खिलाफ चार दिनों से अन्न-जल त्यागा हुआ है। इस बीच सरकार ने उनकी निलंबन अवधि 120 दिन और बढ़ा दी है। शशि कर्णावत को विशेष न्यायालय मंडला ने भ्रष्टाचार के एक मामले में वर्ष 2013 में पांच साल की सजा सुनाई थी और 50 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। जब से शशि कर्णावत निलंबित हैं।