जबलपुर। सौतेले पिता और मां मुझे देहव्यापार करने के लिए मजबूर करते हैं। परेशान होकर घर से भागकर आई हूं। अब कहीं न कहीं ठिकाना और रोजगार जरूर खोज लूंगी। आरपीएफ पोस्ट में कुछ इस तरह जम्मू निवासी एक 24 साल की युवती ने आपबीती बयां की तो पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। इसके बाद कुछ देर पहले तक तल्ख मूड में नजर आ रहे अफसरों का लहजा नरम हो गया और उन्होंने पीड़िता को नारी सुधार गृह भिजवाने की व्यवस्था की।
आरपीएफ के एएसआई एसके मिश्रा ने बताया कि बुधवार की सुबह 9 बजे प्लेटफार्म नंबर-1 में गोंडवाना एक्सप्रेस आई। दिल्ली से आए यात्री उतरे और यह ट्रेन शंटिंग करने लगी। तभी ट्रेन के एक कोच से एक युवती अकेली उतरी और किनारे खड़ी हो गई। कुछ देर तक युवती संदिग्ध हालत में खड़ी रही, तो महिला कांस्टेबल के साथ जाकर उससे बात की।
युवती ने बताया कि वह घर से भागकर आई है और दिल्ली से यहां तक बिना टिकट के पहुंची है। युवती से महिला कांस्टेबल ने घर से भागकर आने का कारण पूछा? तो वह रोने लगी। यह देख जागृति सेंटर की महिला सदस्य राजकिशोरी को युवती से पूछताछ करने के लिए बुलाया गया। सेंटर की सुपरवाइजर ने युवती से काफी देर तक चर्चा की, लेकिन वह जम्मू स्थित अपने घर जाने को तैयार नहीं हुई। इसके बाद आरपीएफ और सेंटर के सदस्यों ने सुमन को नारी सुधारगृह भेज दिया।