
उन्हें एक अगस्त को एआईएडीएमके से निकाला गया था। एआईएडीएमके कार्यालय के बाहर हुए हंगामे में शशिकला के पति और उनके वकील को गंभीर चोटें आई हैं। ये पूरा वाक्या ऐसे वक्त में सामने आया जब एक दिन बाद यानी गुरुवार को पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक में पार्टी महासचिव का चुनाव होना है। पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता के मुताबिक हंगामा उस समय हुआ जब शशिकला पुष्पा, उनके पति और उनके वकील एआईएडीएमके कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे।
पार्टी स्टाफ ने उनका पेपर लेने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि सीनियर स्टाफ नहीं हैं जिसकी वजह से नामांकन पत्र नहीं लिया जा सकता है। इसके बाद शशिकला पुष्पा के पति और समर्थकों की चाहत थी कि नामांकन पत्र दाखिल हो जाए। इसी को लेकर विवाद हुआ और भीड़ में शशिकला के पति और वकील की पिटाई कर दी गई। बता दें कि शशिकला को जयललिता का सबसे ज्यादा विश्वस्त और करीबी माना जाता था। शशिकला, जयललिता के आवास पोएस गार्डन में उनके साथ रहती थीं। एआईएडीएमके में शशिकला कभी किसी पद पर नहीं रहीं फिर भी वह पार्टी का कामकाज देखती थींं।