
केस-1: कोलार रोड निवासी राघव त्रिपाठी के मुताबिक उन्होंने नोटबंदी के बाद आईडीबीआई और एक्सिस बैंक के एटीएम से 2000 रुपए निकाले थे। पासबुक में इंट्री कराने पर पता चला कि दोनों ट्रांजेक्शन के लिए 23 रुपए ट्रांजेक्शन शुल्क काटा गया। उनका खाता सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक की बैरागढ़ चीचली शाखा कोलार रोड में है।
केस-2: अयोध्या बायपास के अहिंसा विहार कॉलोनी निवासी अर्चना शर्मा ने बताया कि उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम कार्ड का उपयोग करते हुए दो-दो हजार रुपए निकाले तो दो बार में 40 रुपए की कटौती उनके खाते से हुई है।
फैक्ट फाइल
भोपाल में बैंक शाखाएं- 486
भोपाल में एटीएम- करीब 1100
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नहीं आया आदेश,सर्कुलर की जानकारी नहीं
सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक के प्रभारी ब्रांच मैनेजर कुणाल चौधरी का कहना है कि पांच बार से अधिक ट्रांजेक्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लेने का कोई आदेश हमारे बैंक में नहीं आया है। इसलिए ट्रांजेक्शन शुल्क काटा गया है। वहीं अन्य बैंकों के मैनेजर का कहना है कि बैंक शाखाओं के पास सर्कुलर की जानकारी नहीं होने से ऐसी स्थिति बनी है।
आरबीआई के निर्देश का पालन होता है
पीएनबी के डीजीएम डीके जैन का कहना है कि आरबीआई के हर निर्देश का पालन बैंकों द्वारा किया जा रहा है। वहीं विजया बैंक के डीजीएम गिरीश डालकोटी ने कहा कि आरबीआई के सर्कुलर सभी बैंकों में भेजे जाते हैं। तकनीकी कारणों से कुछ गलती हो सकती हैं।
वापस आ जाएगा कट गया पैसा
बैंक उपभोक्ता एटीएम ट्रांजेक्शन फ्री होने के बाद भी ट्रांजेक्शन शुल्क कटने के चलते परेशान न हों, उनका पैसा वापस खाते में आ जाएगा। दरअसल बैंकों को अपने सिस्टम में करेक्शन करना था,कई बैंकों में ऐसा नहीं हो पाया है, इसलिए ट्रांजेक्शन शुल्क कट गया है।
अजय व्यास,लीड बैंक जीएम,भोपाल