
वर्तमान में शुरू की 10 फीसदी सीटें इन ट्रेनों में भरने के बाद बची हुई सीटों के लिए अधिकतम 100 फीसदी तक अतिरिक्त किराया रेलवे ले रहा है। इससे शताब्दी, राजधानी और दूरंतो श्रेणी की गाड़ियों में सीटें खाली रहने लगी हैं। इसी बात से चिंतित रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने पिछले दिनों एक सर्वे किया। इसमें यात्रियों ने फ्लेक्सी सिस्टम को खत्म करने और किराए में कमी करने का सुझाव रेलवे को दिया है। दिसंबर अंत में होने वाली टाइम-टेबल कमेटी की मीटिंग में किराए में कमी संबंधी इन सुझावों को रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार फ्लेक्सी रेट सहित करीब 20 फीसदी की किराए में कमी इस दौरान हो सकती है।
एक शताब्दी, 4 राजधानी
भोपाल से वर्तमान में एक शताब्दी, दो दूरंतो और चार राजधानी श्रेणी की गाड़ियां आवागमन करती हैं। इनसे हर दिन औसतन डेढ़ हजार यात्री विभिन्न स्थानों के लिए सफर करते हैं।
चेयरकार श्रेणी में हो सकती है 13% की कमी
हबीबगंज से नई दिल्ली के बीच चल रही शताब्दी एक्सप्रेस की चेयरकार श्रेणी में वर्तमान में एक यात्री को 1140 रुपए किराया देना पड़ता है। कमी के बाद इसे राउंड फिगर में 1 हजार रुपए तक किया जा सकता है। शताब्दी के किराए में करीब 13 फीसदी की कमी चेयरकार श्रेणी में हो सकेगी। जबकि एग्जीक्यूटिव श्रेणी में कमी का आंकड़ा 20 फीसदी तक पहुंचा सकेगा।
शताब्दी, राजधानी व दूरंतो श्रेणी की गाड़ियों में वर्तमान में लिए जा रहे फ्लेक्सी किराया सिस्टम की समीक्षा अगले महीने रेल मंत्रालय करने जा रहा है। इससे यात्रियों को किराए में कुछ राहत मिलने की संभावना है। अनिल सक्सेना, प्रवक्ता, रेल मंत्रालय