
गुरुवार को करीब 80 से अधिक सफाई कर्मचारी काम पर नहीं आए थे। उनका कहना था दो माह से वेतन नहीं मिला है और अब तीसरा माह शुरू होने वाला है। अगर वेतन नहीं मिलेगी तो हमारा काम कैसे चलेगा। शुक्रवार को भी सुबह कर्मचारी काम पर नहीं जाकर नप के पुराने भवन के बाहर बैठ गए। जहां रोको टोको अभियान से लौट रहे सीएमओ संजय रावल ने सभी को चर्चा करने के लिए नप कार्यालय बुलवा। यहां अध्यक्ष प्रतिनिधि रामलाल यादव भी थे। उन्होंने नप की वित्तीय स्थिति का हवाला देकर कहा कि शासन से अनुदान प्राप्त होते ही एक माह का वेतन दे दिया जाएगा।
आपसी चर्चा के बाद सभी राजी हुए लेकिन इस बार अध्यक्ष प्रतिनिधि और सीएमओ ने सख्त रूप अपनाया और कहा कि जो कल नहीं आये उनकी सैलरी काटी जाएगी। इस पर कर्मचारियों ने नप के कर्मचारियों-अधिकारियों से बहस की।