
टाइम हर साल ऐसे शख्स को 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' चुनता है, जो पॉजिटिव या नेगेटिव वजहों से पिछले साल सबसे ज्यादा खबरों में रहा हो। 'पर्सन ऑफ द ईयर' का नाम टाइम मैगजीन के एडिटर्स तय करते हैं, लेकिन इस पोल के जरिए पाठकों को अपनी राय रखने का मौका मिलता है। वोटिंग 4 दिसंबर को अमेरिकी वक्त के अनुसार रात 11:59 बजे खत्म हुई थी। सर्वे में मोदी पिछले एक हफ्ते से आगे थे।
मोदी क्यों जीते
टाइम मैगजीन ने 2016 में दावेदारों के उस वक्त का एनालिसिस किया है, जब-जब वो सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। मोदी ने 16 अक्तूबर को गोवा में हुए ब्रिक्स देशों के समिट के दौरान पाकिस्तान को आतंकवाद का ‘निर्यातक’ देश कहा था। इस दौरान मोदी सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। मोदी के नोटबंदी के फैसले की भी दुनिया भर में चर्चा रही। मीडिया में इसकी तारीफ भी हो चुकी है।
ये भी थे दौड़ में
इस साल हिलेरी क्लिंटन, एफबीआई के प्रमुख जेम्स कोमी, एप्पल के सीईओ टिम कुक, अमेरिकी सैनिक हुमायूं खान के माता-पिता खिज्र और गजाला खान, उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेजा मे और चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग को शामिल किया गया था।