
तहसील के कर्मचारी दोपहर 12 बजे कर्मचारी संघ कार्यालय पहुंचे और ताला तुड़वाया। जितेंद्र का आरोप है कि नायब तहसीलदार और आरआई ने उन्हें एसडीएम से बात करने की मोहलत तक नहीं दी। न सिर्फ कार्यालय बल्कि मेरी व्यक्तिगत अलमारी का ताला भी तोड़कर उसमें रखा रिकॉर्ड विरोधियों को दे दिया, जो उसका दुरुपयोग कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि मुझे रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी ने अभी तक अवैध घोषित नहीं किया है। मैं निर्वाचित अध्यक्ष हूं और संघ के महामंत्री को बैठक बुलाकर हटाने का अधिकार भी नहीं है। ऐसे में एसडीएम को कोई भी कार्रवाई करने से पहले मेरा पक्ष सुनना था।
उल्लेखनीय है कि मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा का अध्यक्ष बने रहने के कारण भारतीय मजदूर संघ जितेंद्र से नाराज है। इसी कारण 28 नवंबर को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर उन्हें अध्यक्ष और दो साल के लिए संघ की सदस्यता से निष्कासित कर दिया था।
2 दिसंबर को संघ के महामंत्री एमके सक्सेना ने कार्यालय में ताला डाल दिया था। इसके बाद जितेंद्र ने अपना ताला डाला। जितेंद्र ने टीटीनगर थाने में इसकी शिकायत भी की थी।
- निर्वाचित महामंत्री एमके सक्सेना ने ताला खुलवाया। मैंने लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल भेजा था। ताला खोलने वाले मेरे कर्मचारी नहीं थे। मुझे करना होता, तो लिखित आदेश देता। वैसे दोनों को सामने बैठाकर बात कर ली है।
कमल सोलंकी, एसडीएम, टीटीनगर