11 साल के जश्न पर मुख्यमंत्री का भाषण शर्मनाक: अरुण यादव

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचार से मुक्ति की मुहिम को भाजपा शासित मध्यप्रदेश की सरकार के मुखिया ने रविवार को भोपाल में जमकर पलीता लगाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने यह गंभीर आरोप आज लगाया।

श्री यादव ने एक बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री के रूप में 11 साल पूरा करने पर जंबूरी मैदान पर आयोजित जश्न में मुख्यमंत्री ने मंच से प्रदेश के गरीबों को बेईमानी करने के गुर सिखाये। श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री, केन्द्र की सरकार और समूची भाजपा नोटबंदी के फैसले को देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति की शुरूआत करार दे रही है। प्रधानमंत्री जब लोगों को बेईमानी से बचने, भ्रष्टाचार नहीं करने और कदाचरण छोड़ने का पाठ पढ़ा रहे हैं, तब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने रविवार को जंबूरी मैदान पर प्रदेश के गरीबों को मंच से यह संदेश दिया कि काला धन रखने वालों ने अपना धन सफेद करने के लिये गरीबों के कंधे यानी जन-धन के उनके खातों का उपयोग किया है, उसमें जमा करायी गयी समूची राशि गरीब बेखौफ हड़प जायें। 

श्री यादव ने कहा है काला धन रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और ऐसे लोगों को जेल में डालने का कांग्रेस स्वागत करती है, लेकिन सीधे-साधे गरीब को काला धन हड़प जाने का मशविरा देकर बेईमानी सिखाने की मुख्यमंत्री श्री चौहान की अपील बेहद शर्मनाक और लज्जा पैदा करने वाली है। श्री यादव ने गरीबों से अपील की कि 15 लाख रूपये हर गरीब के खाते में जमा करने का लोकसभा चुनाव के पहले एलान करने वाले श्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के चुनावी हथकंडे को वे भूलकर बेईमानी का वह रास्ता कतई नहीं अपनायें जो मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को भोपाल में गरीबों को बताया। 

श्री यादव ने प्रधानमंत्री की तुलना सत्यनारायण भगवान से मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा अपने भाषण में किये जाने की भी घोर निंदा की। श्री यादव ने कहा नेताओं के प्रति वैसे ही आमजन का विश्वास खत्म होते जा रहा है। जरूरत खोये हुए विश्वास को पुनः अर्जित करने की है। श्री यादव ने कहा मुख्यमंत्री ने श्री मोदी की तुलना भगवान से करके दर्शा दिया है कि उनकी कुर्सी खतरे में है वे अपनी कुर्सी बचाने के लिये चाटुकारिता की पराकाष्ठा में जुट चुके हैं।

श्री यादव ने सरकारी खर्च पर हुए जश्न की एक-एक पाई का हिसाब प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को देने की सलाह मुख्यमंत्री श्री चौहान को दी। श्री यादव ने कहा प्रशिक्षण के नाम पर किया गया ‘जलसा’ पूरी तरह से ‘‘फ्लाप शो’’ साबित हुआ। मुख्यमंत्री ने अपने लंबे और ऊबाऊ भाषण में केवल और केवल लफ्फबाजी की और वही पुरानी घिसी-पिटी योजनाएं गिनाईं, जो कागजों तक सीमित हैं और लोगों को इनका लाभ केवल कागजों पर ही मिला है। मुख्यमंत्री का यह कहना ‘‘ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा’’ जलसे का सबसे बड़ा मजाक रहा। 
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