कान्हा कारीडोर में टाइगर्स के शिकारी गिरफ्तार, रिमांड पर लिए

सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिले के पेंच कान्हा कारीडोर में वनविकास निगम लामता प्रोजेक्ट के सीतापठोर ग्राम स्थित कम्पार्टमेंट 786 में मृत मिले 2 बाघों के शिकार में मामले में अबतक वनविभाग की टीम ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें 25 नवंबर को व्यवहार न्यायालय कटंगी में पेश कर पूछताछ के लिये 3 दिन का रिमांड लिया गया है।

सिवनी और बालाघाट की सीमा पर स्थित सीतापठोर गांव में से लगे कुरई के जंगल में दो बाघों के क्षतविक्षत हालात में उनके शव बरामद हुये। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया की इन बाघों का शिकार बिजली के तार से करंट लगाकर किया गया था। एक बाघ के मिले शव से नाखून और दांत गायब पाये गये थे तथा दूसरे बाघ जिसका कंकाल बरामद कर लिया गया है उस बाघ के नाखून दांत और मूंछ के बाल मिले। इस बाघ को जमीन गाड दिया गया था आरोपियों की निशानदेही पर उसे निकाला गया। आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ से जुडे अन्य लोग जो इस गिरोह में शामिल है उनको शीध्र ही पकडे जाने पर दावा किया गया है इसमें एक तात्रिक भी शामिल है।

यह उल्लेखनीय है कि गत 22 नवंबर मंगलवार को सीतापठोर के जंगल मंे बाघ का एक शव क्षतविक्षत अवस्था में बरामद किया गया था उसके बाद गुरूवार को इसी स्थान से 1 किलोमीटर दूर एक अन्य बाघ का कंकाल आरोपीयों की निशानदेही पर जमीन के अंदर गडा हुआ बरामद हुआ है।

पकडे गये आरोपी सुकदास के पास से बाघ की मुछों के बाल बरामद हुये है जिन्हें 4 लाख रूपये में बेचने का सौदा कर 2 लाख रूपये की रकम प्राप्त की थी उन्हें भी गिरफतार किया गया है।
एमबी सिरसैया महाप्रबंधक वनविकास निगम लामता परियोजना ने अवगत कराया की बाघ के अवैध शिकार करने के आरोप में 7 आरोपी पकडे जा चुके हैं और भी गिरफ्तारियां हो सकती है। पूछताछ जारी है भोपाल से भी जाचं दल आ रहा है।

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