रायपुर। पूर्व मेयर और कांग्रेस नेत्री डॉ किरणमयी नायक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा जंगल सफारी में टाइगर की फोटो खींचने की घटना को प्रायोजित बताया है। किरणमयी नायक ने कहा कि टाइगर पीएम को देखकर यूं ही उनके पास नहीं आ गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि टाइगर को 2 दिन से भूखा रखा गया था और जैसे ही पीएम पहुंचे, मांस की गाड़ी उनके पीछे घुमाई जाने लगी। जिसकी गंध की वजह से वह जाली के पास चला आया। उन्होंने जाली के बाहर से फोटो खींचे जाने पर भी सवाल उठाए हैं, किरणमयी ने कहा कि पीएम ने कोई फोटो नहीं खींची।
2013 में कांग्रेस के टिकट पर रायपुर से दिग्गज भाजपा नेता और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ चुकी कांग्रेस नेत्री के मुताबिक यह जानकारी उन्हें जंगल सफारी में ड्यूटी कर रहे सरकारी कर्मियों ने बताई है। हालांकि पूर्व मेयर ने किसी का नाम नहीं लिया है।
इस आरोप के बाद जंगल सफारी और सरकारी तौर पर मामला पीएम से जुड़े होने के कारण कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है। अब देखना यह है कि जानवरों की रक्षा के लिए विश्व प्रसिद्ध हो गईं मेनका गांधी क्या प्रतिक्रिया देतीं हैं और जानवरों की रक्षा के लिए दुनिया भर में प्रदर्शन करने वाली संस्था पेटा ( पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स) क्या इस मामले की तह तक जाने की हिम्मत जुटा पाती है।