
जब सैनी के मुंह पर कालिख पोती गई उस समय वह भाषण दे रहे थे। कालिख पोतने वाले चारों युवक हिसार के बुटाना के बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि युवकों ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
उधर, मामले के संबंध में राजकुमार सैनी ने कहा कि वह इस घटना की तीखी निंदा करते हैं। अगर किसी को विरोध करना है तो विरोध का यह तरीका सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वे विशेष जातियों के इस हमले से डरने वाले नहीं है। बता दें, सैनी अक्सर जाटों को आरक्षण की परिधि में लाए जाने का विरोध करते रहे हैैं।