नईदिल्ली। उत्तराखंड में फिर एक डीएम सुर्खियों में आ गए। गांधी जयंती 2 अक्टूबर के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को अधिकारियों ने हाईजैक कर लिया। जनप्रतिनिधि लाइन में लगे रहे गए। डीएम आए, माल्यार्पण किया। फोटो खिंचाने नाले में उतरे, क्लिक हुआ, बाहर निकले और चले गए। कुछ स्कूली बच्चों को नाले की सफाई के लिए बुलाया था। उन्हें वहीं छोड़ दिया गया।
अधिकारियों ने प्रोटोकाल का खूब मजाक उड़ाया। जिस पालिका अध्यक्ष को सबसे पहले गांधी मूर्ति पर पुष्प भेंट करने थे उनको आखिर में भेजा गया इतना ही नही नैनीताल विधायक भी अधिकारियों के बाद भी गांधी जी की मूर्ति पर पुष्प भेंट कर सकीं।
हद तो तब हो गई जब सफाई अभियान के लिए बच्चों को बुलाया, लेकिन उनको धूप में वहीं, छोड़ डीएम समेत सभी अधिकारी वहां से चले गए। बात यहीं खत्म नहीं हुई सफाई के नाम पर डीएम समेत सभी अधिकारी नाले की सफाई के लिए नाले में गए तो जरुर, लेकिन 5 मिनट में फोटो खिंचवाकर वहां से भी चलते बने।
अधिकारियों के इस रवैये से पालिका अध्यक्ष भी आहत हैं। पालिका अध्यक्ष श्याम नारायण का कहना है की हमेशा ही अधिकारीयों द्वारा इस तरह से जन प्रतिनिधियों का मजाक बनाया जाता रहा है।