भोपाल कें दिखाई दिए गांधीजी के तीन टेंट, तीनों में गुटबाजी


भोपालगांधीजी के तीन बंदर तो आपने देखे ही होंगे। ये शायद वैसे नहीं थे जैसे कहानियों में बताए जाते हैं। ये शायद तीन गुट थे जो गांधी के साथ रहते हुए भी एक दूसरे के साथ नहीं थे। भोपाल में कुछ ऐसा ही दिखा। गांधी जयंती पर तीन टेंट नजर आए। तीनों में गुटबाजी भी साफ साफ नजर आई। ऐसा लगा जैसे तीनों गांधी जी की टांग खींच रहे हैं, मेरा गांधी, मेरा गांधी। 


कांग्रेस का एक गुट पिछले एक पखवाड़े से मिंटो हॉल से गांधी प्रतिमा हटाने के खिलाफ धरना दे रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि यहां पेड़ काटे जा रहे हैं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष पीसी शर्मा भी बीच-बीच में इस धरने में जाते रहे लेकिन गांधी जयंती पर उन्होंने अलग टेंट लगाया। 

पहले से लगे टेंट पर नेता प्रतिपक्ष मो. सगीर और पार्षद मीना यादव मौजूद थे। इन दोनों टेंट के ही पास पूर्व कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल और पूर्व सचिव अकबर बेग ने भी तीसरा टेंट लगा रखा था। वे अपने साथ चरखा लेकर आए थे। माइक का इंतजाम अकेले गोयल ने ही कर रखा था और उनके टेंट में देशभक्ति गीत भी बज रहे थे। 

गोयल के साथ सबसे ज्यादा भीड़ थी। थोड़ी देर बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी यहां आए और वे पीसी शर्मा के टेंट में पहुंच गए। पचौरी के आने पर शर्मा गोयल के पास गए और कहा कि भाषण देने के लिए माइक दे दो। गोयल ने माइक देने से इनकार कर दिया। 

पीछे-पीछे पार्षद मीना यादव के पति जसवंत यादव भी पहुंच गए। वे चाह रहे थे कि गोयल गीत बंद कर दे, लेकिन वे राजी नहीं हुए। माइक को लेकर वहां छीना-झपटी मची। इस बीच पचौरी नाराजगी जाहिर करते हुए वहां से चले गए। इसके बाद गोयल का कार्यक्रम चलता रहा। उनके साथ मौजूद लोगों ने चरखा चलाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। कुछ देर बाद पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर यहां आए तो गोयल ने उन्हें चरखा भेंट किया। 
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