
श्री जुलानिया शनिवार को मोतीमहल स्थित मानसभागार में विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। मेराथन बैठक सुबह 10:30 से शुरू हुई जो रात 9 बजे खत्म हुई। उन्होंने एक-एक जिले की समीक्षा की। मुख्य फोकस स्वच्छता अभियान पर रहा। गुना और अशोक नगर की जब समीक्षा हुई तो वे आक्रोशित हो गए। सीईओ व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से कह दिया कि मजे करने आए हो या नौकरी। जो हालात हैं उससे लग रहा है कि काम में तुम्हारा मन नहीं लग रहा। कुछ अधिकारियों को तो उन्होंने बैठक में कुछ समय तक खड़े किए रखा।
श्री जुलानिया ने कहा कि पूरे प्रदेश को अगले साल 2 अक्टूबर तक खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य है। ग्वालियर जिले में इस काम में प्रगति पर उन्होंने संतोष जताया और लक्ष्य पूरा करने के लिए उन्होंने 31 जनवरी तक अंचल के अन्य जिलों को अगले साल 2 अक्टूबर तक का समय दिया।