
फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें ओएमआर शीट स्कैन होने के पहले खाली गोलों को भरा गया है। परीक्षार्थी ने 200 में से महज 15 प्रश्नों के उत्तर भरे और शेष 185 के उत्तर व्यापमं के अफसरों व कर्मचारियों ने ओएमआर शीट पर भरकर उसे पास कर दिया।
एसटीएफ के बाद अब खुद व्यापमं (अब प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड) की जांच में यह खुलासा हुआ है। सूबेदार, सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमाण्डर के 582 पदों के लिए व्यापमं ने 2012 में पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित की थी। इसमें हुए फर्जीवाड़े में एसटीएफ ने 11 परीक्षार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज कर व्यापमं को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके आधार पर सभी 11 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम 2014 में निरस्त कर दिए गए थे।