भोपाल। बच्चों के लिए ठंडी मीठी आईस्क्रीम का कारोबार करने वाला विजय रामानी जल्द से जल्द भोपाल का सबसे रईस आदमी बनना चाहता है। ज्यादा से ज्यादा पैसा बनाने के लिए वो अधिकारियों जमकर रिश्वत बांटता था। यहां तक कि अतिक्रमण के एक मामले को सेटल करने के लिए रामानी ग्रुप ने 14.27 लाख रुपए की रिश्वत बांटी। कुल करीब 50 लाख रुपए की रिश्वत बांटने वाले दस्तावेज मिले हैं।
आयकर छापे के दौरान रिश्वतखोरी की पूरी डीटेल्स हाथ लगीं हैं। इसमें अधिकारियों के अलावा नेताओं को भी रिश्वत दी गई है। बड़ी रकम में एक नपा अधिकारी को 4.25 लाख रुपए और हरदा जिले के एक आरआई का 1.75 लाख दिए गए।
लिस्ट में कई नाम दर्ज हैं। इनके केवल कुछ उपनाम ही दिए गए हैं। उसके आगे दी गई राशि का उल्लेख है। सूची के अनुसार प्रोजेक्ट के लिए करीब 40 से 50 लाख रुपए बांटे गए। इस कॉलोनी में समूह की 75 फीसदी व स्थानीय कारोबारी की 25 फीसदी हिस्सेदारी बताई जा रही है। दोनों समूहों ने शहर में करीब 19 एकड़ जमीन खरीदी थी। करीब 800 प्लॉट डेवलप किए गए। दोनों ने तीन डेवलपर्स को पार्टनर बनाया। फिर यह प्रोजेक्ट डेवलप किया गया। यह कवायद दो साल पहले की है। अनुमान है कि यह रकम भी दो साल पहले ही दी गई थी। उसके बाद से इन पदों पर नए अफसर आ चुके हैं।