सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिले की आदिवासी बाहुल्य बैहर तहसील में चिटफंट के माध्यम से करोडों रूपये वसूल कर सदगुरू सांई कंस्ट्रक्शन कंपनी जो दफ्तर बंद कर के बैहर से फरार हो गई थी उसके 3 एंजेटों को बैहर पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें 6 सिंतबर को बैहर न्यायालय में प्रस्तुत किया पुलिस को उनसे पूछताछ के लिये 3 दिन का रिमांड मिला है।
गिरफ्तार किये गये एजेंटों में डाटा एंटी आपरेटर नीलेश लिल्हारे और पीआर साहु एवं सालिकराम धुर्वे से पूछताछ में पुलिस को कंपनी के संबंध में अहम सुराग मिले है। बैहर थाना प्रभारी जियाउलहक के अनुसार सतगुरू सांई कंस्ट्रक्शन के नाम से संचालित इस चिटफंट कंपनी का संचालन कर रहे लोगों ने बैहर क्षेत्र के 2 हजार लोगों से लगभग 3 करोड रूपये से अधिक की ठगी कर फरार हो गये।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह कंपनी 2011 से बैहर में कार्यालय खोलकर अपना कारोबार संचालित कर रही थी इस कंपनी के द्वारा 4 साल में पैसा दुगुना करने का दावा करते हुये लोगों को लालच दिया और एजेटों के जरिये रकम जमा कराई विगत मई माह में निवेशकों को जब धोखधडी और ठगे जाने का अंदेशा हुआ तो उन्होने अपनी रकम वापस लौटाने के लिये दवाब बनाया जिस पर कपनी ने स्थिति को भापकर कार्यालय में ताला जड दिया और फरार हो गई।
एक शिकायत के आधार पर इस कंपनी के संचालकों एवं एजेंटों के विरूद्ध 5 सितम्बर को अपराध कायम किया इस कपंनी के 2 आरोपी छत्तीसगढ राजनांदगांव में पूर्व से ही जेल में बंद है पुलिस ने इस कंपनी के मुख्य कर्ताधर्ताओं तक पहुचने का दावा किया है।