
6-7 अगस्त को यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इस मामले में एक एजेंसी पर संदेह है। श्रमिक नेता बताते हैं कि ओएफके की भर्ती परीक्षा में 29 हजार युवा शामिल हुए। निर्माणी प्रशासन ने यह परीक्षा लेने के लिए शहर में 72 केन्द्र बनाए। अब यह परीक्षा देने वाले युवाओं से दलाल संपर्क कर रहे हैं। दलाल गिरोह के सदस्य परीक्षार्थियों से उनका नाम मेरिट लिस्ट में जुड़वाने, 5 से 10 अंक बढ़वाने और नियुक्ति कराने अपना बैंक खाता नंबर देकर नकद राशि जमा करने कहते हैं। इस तरह की शिकायतें निर्माणी प्रशासन को लगातार मिल रहीं हैं।
ओएफके प्रशासन से इंटक, लेबर, कामगार यूनियन और अन्य संगठनों ने शिकायत की है। इसके बाद भी निर्माणी प्रशासन भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की कोशिशों में जुटा है। इसलिए भर्ती परीक्षा देने आए युवाओं के मोबाइल नंबर लीक होने की जांच में एक एजेंसी का नाम सामने आने पर भी निर्माणी प्रशासन मौन है।
इन पदों के लिए परीक्षा
ओएफके के औद्योगिक कर्मचारी, डीबी वर्कर, मशीनिस्ट, इलेक्ट्रिकल, फिटर, मैकेनिकल, बायलर अटेंडेंट आदि के रिक्त 850 पदों के लिए यह भर्ती परीक्षा ली गई।
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ओएफके भर्ती परीक्षा के परिणामों को सील कर दिया है। इस परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों को अज्ञात लोग फोन कर रहे हैं। इसकी जांच कराकर ओएफबी को सूचना भेजी गई है।
बीबी सिंह, एजीएम व पीआरओ ओएफके जबलपुर