
जानकारी के अनुसार, सैलाना के अंबेडकर नगर में रहने वाले कमलेश, कुणाल, अंकित और विशाल गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान ग्रिड तालाब में डूब गए। इस हादसे में चारों की मौत हो गईं। हादसे के बाद परिजनों ने आरोप लगाए कि सीएमओ जीवनराय माथुर ने तालाब पर किसी तरह की कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की थी, जिसकी वजह से चारों युवक पानी में डूब गए। इस दौरान भीड़ ने सीएमओ जीवनराय माथुर पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए उनकी जमकर पिटाई कर दी।
स्थानीय मीडिया कर्मियों ने किसी तरह सीएमओ को भीड़ से बचाया, जिसके बाद उन्होंने सैलाना थाने में शरण ली। सीएमओ के पैर में फ्रेक्चर हैं और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने जीवनराय माथुर से सीएमओ का पदभार वापस ले लिया। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की, जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ।