
इससे पूर्व छात्राओं को परिजनो आक्रोशित हो उठे तथा संबंधित विभाग से लगातार इस संबंध की जानकारी लेनी चाही, बावजूद इसके प्राचार्य की लापरवाही के कारण विद्यालय का मेन गेट खुलने में डेढ घंटे का समय लग गया।
सड़क पर घुमती रही छात्राएं
5 सितम्बर की सुबह लगभग 11.30 बजे तक विद्यालय के मेन गेट में लगे ताला लगे होने के विद्यालय के स्टॉफ सहित छात्राएं विद्यालय के ताला खुलने के इंतजार में सड़कों पर घूमती रहीं। यह शहर का व्यस्ततम इलाका है, अत: तमाशा बना रहा।
प्राचार्य, भृत्य तथा व्यवस्थापक शिक्षक रहे नदारद
निर्धारित समय से डेढ घंटे बाद भी प्राचार्य व भृत्य एवं व्यवस्थापक शिक्षक रामनरेश सोनी विद्यालय से नदारद रहे। वहीं विद्यालय के मेन गेट, कार्यालय तथा कक्षाओं की चाबी किसके पास थी इसका जवाब भी नही मिल पाया।