बौराए फिल्मकार रामगोपाल वर्मा अब जबलपुर के रट्टे में फंसे

भोपाल। जब किसी व्यक्ति की मानसिक स्थिति डॉक्टरों के अनुसार सही हो और फिर भी वो बहकी बहकी बातें करे तो मध्यप्रदेश के कुछ गावों में ऐसी बीमारी को 'बौराना' कहते हैं। 2014 में फिल्मकार रामगोपाल वर्मा भी बौरा गए थे। अब जबलपुर के एक वकील ने उन्हें कोर्ट में घसीट लिया है। एडवोकेट अमित शाहू के परिवार पर कोर्ट ने पुलिस से जांच-प्रतिवेदन मांगा है।

यह है मामला...
रामगोपाल वर्मा के खिलाफ जबलपुर के एडवोकेट अमित साहू ने सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर जब पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया, तो उन्होंने राजकुमार यादव की कोर्ट में परिवाद पेश किया। जब कोर्ट ने सवाल उठाया कि 2 साल बाद परिवाद पेश करने की वजह? फरियादी ने कहा कि, इस मामले में पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। कोर्ट ने परिवाद स्वीकार करते हुए सिविल लाइन पुलिस से 13 अक्टूबर तक जांच-प्रतिवेदन पेश करने को कहा है।

यह है टंटे की जड़ 
गणेश चतुर्थी( वर्ष 2014) के दिन उन्होंने कई ट्वीट किए थे। इसमें उन्होंने लिखा-
'मेरा सवाल यह है कि जो खुद अपना सिर कटने से नहीं बचा सके, वह दूसरों को कैसे बचाएंगे खैर! मूर्खों को गणपति दिन की बधाई।' 
भगवान गणेश अपने हाथों से खाते हैं या सूंड से।
क्या कोई बता सकता है कि गणेश आज के दिन पैदा हुए थे या फिर आज के दिन पिता ने उनका सिर काटा था।
मैं भगवान गणेश के भक्तों से जानना चाहूंगा कि इतने सालों से वे लोग पूजा कर रहे हैं, उनके कौन-कौन से दु:ख दूर हुए।
क्या गणेश दूसरे देवताओं से ज्यादा खाते हैं, मुझे संदेश हो रहा है, क्योंकि बाकी देवता या तो दुबले-पतले हैं या फिर मरक्यूलर हैं।
हालांकि वर्मा ने कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी थी। फिर कम जानकारी होने के नाम पर खेद भी जताया था।

ऐसे प्रमाणित हुआ कि रामगोपाल बौरा गए हैं
रामगोपाल वर्मा ने हैशटैग अनहैप्पी टीचर्स डे के तहत कई ट्‍वीट किए थे। उन्होंने यह भी लिखा था कि कई लोग उनकी बात से असहमत हो सकते हैं, लेकिन उनके लॉजिक को सिरे से खारिज भी नहीं किया जा सकता। जानें कैसे-कैसे ट्वीट किए थे..
1.'मैं अपने टीचर्स से नफरत करता था इसलिए क्लास बंक करता था और फिल्में देखता था इसलिए मैं फिल्ममेकर बना। #UnHappyTeachersDay'
2.'मैं अपने टीचर्स से ज्यादा सफल हूं और इससे यह साबित होता है कि मैं अपने सभी टीचर्स से ज्यादा जानकार हूं। #UnHappyTeachersDay'
3.'टीचर्स से ज्यादा मैंने क्लास के बाहर सीखा, जब मैं क्लास से भाग जाया करता था। यहीं बागी का मनोविज्ञान मैंने जाना जिसे अपनी फिल्मों 'शिवा', 'सत्या' वगैरह में दिखाया। #UnHappyTeachersDay'
4.'मैं एक कन्फेशन करता चा‍हता हूं.. मैं कई बार फेल हुआ क्योंकि मैं बुरा स्टूडेंट था और इससे पहले के मेरे सारे ट्वीट एक बचकानी कोशिश है सभी टीचर्स से बदला लेने की।'
5.'मेरे टीचर मुझे घुटने पर बैठाकर पीटते थे और एक तो डस्टर से सिर फोड़ता था ... तभी से मेरा दिमाग फिर गया है।

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