मधुबनी। पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. शकील अहमद ने कहा कि पाकिस्तान ने अगर अगर कहीं धोखे से भी परमाणु शक्ति का प्रयोग किया तो दुनिया में पाकिस्तान नाम की कोई जगह नहीं रहेगी।
वर्ष 1974 से 1998 तक हम केवल छह देशों में दुनिया के परमाणु शक्ति में शामिल थे। 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार पोखरण परीक्षण के बाद पाक के प्रधानमंत्री को विवशता में आकर परमाणु परीक्षण करना पड़ा था। डाॅ.शकील शुक्रवार को जिला अतिथिगृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
डाॅ. अहमद ने कहा कि पाक, भारत के खिलाफ गलत गतिवाधियों में लिप्त है। अंदर ही अंदर वह हिन्दुस्तान से डरा हुआ है। नापाक हरकतों को लेकर पाक पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की दिशा में कांग्रेस पार्टी भारत सरकार के साथ है।
डॉ. अहमद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही नवाज शरीफ को वह महत्व देना शुरू कर दिया जिसके वह अधिकारी नहीं है। इसी से दो वर्षों में पाक का मनोबल बढ़ा है। यूपीए के शासनकाल के अंतिम वर्ष में पाक ने 96 बार सीज फायर का उल्लंघन किया था। वहीं नरेन्द्र मोदी के दो वर्षों में पाक की ओर से 1100 से अधिक सीज फायर की घटना हुई है। दो वर्षों में सीमा पर रहने वाले 40 हजार लोगों को पलायन का सामना करना पड़ा है। वर्ष 1971 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय में पाक के 95 हजार सैनिकों ने लिखित सरेंडर किया था।
डॉ. अहमद ने बेनीपट्टी प्रखंड के सुन्दरपुर टोला स्थित पिछले दिनों हुई बस हादसा पर चिंता व्यक्त कहा कि प्राइवेट बस चालकों से संवेदनशीलता की अपेक्षा की जाती है। वाहनों के परिचालन के लिए संबंधित विभाग को और सजग होने की जरूरत है। मौके पर जिलाध्यक्ष प्रो. शीतलांबर झा, प्रदेश संगठन सचिव कृष्णकांत झा गुड्डू, अहमर हसन दुलारे सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद थे।