
यह जानकारी समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ मध्यप्रदेश के प्रांतीय संयोजक सुरेश दुबे ने दी। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी शिक्षक सम्मान समारोह बहिष्कार का आह्वान किया था। प्रदेश में यह आंदोलन तेजी से पसर गया था। पिछले दिनों संगठन का प्रतिनिधिमंडल इंदौर की सांसद एवं लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन से भी मिला था। ताई ने उनकी मांगों को गंभीरता से सुना एवं त्वरित निराकरण का आश्वासन दिया था। ताई ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री से चर्चा की एवं पत्र भी लिखे। इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया था।
श्री दुबे ने बताया कि समयमान व प्रमोशन को लेकर अधिकारियों की मौजूदगी में दो दौर की चर्चा हुई और इसके साथ ही शिक्षकों को उक्त लाभ देने पर सहमति बन गई। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री शाह ने शिक्षकों से वादा किया कि उनकी दोनों मांगें मान ली गई है और इसकी अधिकृत घोषणा पांच सितम्बर को आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में कर दी जाएगी। इसकी सूचना जिला मुख्यालयों को मिलते ही बधाईयों का दौर शुरू हो गया। शिक्षकों ने अवकाश का दिन होने के बावजूद सेवाकाल के उत्तरार्द्ध में मिलने वाले इस लाभ की खुशी में खूब जश्न मनाया। प्रतिनिधिमंडल में संगठन के मार्गदर्शक रामनारायण लहरी, संघ के प्रांताध्यक्ष मुकेश शर्मा, मदन मंडलोई एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक भी शामिल थे।