राजेश शुक्ला/अनूपपुर। अनूपपुर के तमाम कर्मचारियों ने एकराय होकर सभी कर्मचारी संगठनों का बायकॉट कर दिया है। उन्होंने एक नया कर्मचारी संगठन बनाया है जिसका नाम रखा गया है 'संयुक्त शासकीय सेवक संघ अनूपपुर'। आक्रोशित कर्मचारियों ने कहा कि अब हमें किसी प्रांतीय पदाधिकारी की जरूरत नहीं है और ना ही कोई प्रांतीय पदाधिकारी हमारे आक्रोश या विश्वास की दलाली कर पाएगा।
संगठनों से क्यों आक्रोशित हैं कर्मचारी
शासकीय सेवक संघ जिला प्रकोष्ठ अनूपपुर के अध्यक्ष रमेश कोल बताते हैं कि पिछले दिनों मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने भरे मंच से अधिकारियों को गालियां दीं। जलील किया। पूरे प्रदेश में कर्मचारी आंदोलन के लिए तैयार थे कि एन मौके पर आंदोलन वापस ले लिया गया। प्रांतीय पदाधिकारियों ने आंदोलन वापस लेने से पहले जिला स्तर के पदाधिकारियों से बात करना भी उचित नहीं समझा।
ऐसे मे संयुक्त शासकीय सेवक संघ अनूपपुर ने एकमत होकर स्थगन के निर्णय पर जहां खेद व्यक्त किया वही संयुक्त संघ ने जिला शासकीय सेवक महासंघ तत्काल बनाये जाने पर एकमत से प्रस्ताव पारित किया जो जिला में शासकीय सेवकों के स्वाभिमान, हितों की स्वतंत्र लडाई लडेगा।
शासकीय सेवक संघ ने खेद व्यक्त करते हुये कहा कि हम पूर्णत: असफल हुए। आभारी हैं जिन्होंने हमें सहयोग किया। सतर्क है जिनके हम शिकार हुए। आशान्वित है कि सभी शासकीय सेवक प्रांतीय संघो का दामन छोडकर अपनी रक्षा के लिए स्वयं छोटी छोटी ईकाई बनायेंगे।