
बुधवार 07 सितम्बर को राजभवन से रामनरेश यादव की विदाई हुई। काफिला उन्हे एयरपोर्ट छोड़ने जा रहा था जहां से वो लखनऊ के लिए रवाना होने वाले थे। यह काफिला जैसे ही राजभवन के दरवाजे तक आया, मनोज त्रिपाठी ने खुद पर कैरोसिन डालकर आग लगा ली। तत्काल मौजूदा पुलिसकर्मियों ने मनोज की आग बुझाई और उसे हिरासत में ले लिया। इधर रामनरेश यादव का काफिला एयरपोर्ट के लिए बिना रुके रवाना हो गया।
बता दें कि रामनरेश यादव पर व्यापमं घोटाले में शामिल होने का आरोप है। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी परंतु राज्यपाल को मिले संवैधानिक संरक्षण के कारण एफआईआर रद्द हो गई और गिरफ्तारी भी नहीं हुई। अब जबकि रामनरेश यादव का कार्यकाल समाप्त हुआ, तो भोपाल समाचार ने यह मुद्दा उठाया था कि क्या उस मामले में एक नई एफआईआर दर्ज कर रामनरेश यादव को गिरफ्तार किया जाएगा ? क्योंकि अब वो राज्यपाल नहीं हैं और उन्हें वो संवैधानिक संरक्षण भी प्राप्त नहीं है। इसी के बाद से रामनरेश यादव के विरोध में आवाज उठना शुरू हो गईं हैं।
यह है 4 सितम्बर को प्रकाशित हुई वो खबर जिसके बाद हंगामा शुरू हुआ