
कौन-कौन हैं लिस्ट में शामिल
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट- 2016 (Hurun India Rich List 2016) के मुताबिक, भारत के टॉप-10 रईसों में मुकेश अंबानी पहले पायदान पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 1,63,400 करोड़ रुपए बताई गई है। दूसरे नंबर पर सन फार्मा के दिलीप सांघवी है, उनकी संपत्ति 1,21,500 करोड़ रुपए बताई गई। इनके बाद इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर पनोलजी मिस्त्री (101,100 करोड़ रुपए), चौथे नंबर पर हिंदुजा फैमिली (100,700 करोड़) और पांचवे नंबर पर साइरस पूनावाला (83,000 करोड़) हैं।
ये भी हैं लिस्ट में शामिल
इनके अलावा FMCG सेक्टर में डाबर के आनंद बर्मन सबसे अमीर शख्स है। उनकी कुल संपत्ति 41,800 करोड़ रुपए है। ब्रिटानिया के नुसली वाडिया इस लिस्ट में बर्मन के नीचे हैं। उनकी कुल संपत्ति 20,400 करोड़ है। इस लिस्ट में अलीगढ़ के साधारण परिवार में जन्मे ‘पेटीएम(Paytm)’ के संस्थापक विजय शेखर शर्मा को भी शामिल किया गया है, इनकी संपत्ति में 162 पर्सेंट की वृद्धि हुई है। वर्तमान में इनकी संपत्ति 7,300 करोड़ रुपये बताई गई है।
FMCG सेक्टर में 11 पर्सेंट की ग्रोथ
जानकारी के मुताबिक, साल 2016 में एफअमसीजी (Fast Moving Consumer Goods) सेक्टर में करीब 11 पर्सेंट की ग्रोथ देखी गई है। पतंजलि तेजी से इस सेक्टर में आगे बढ़ रहा है और दूसरी मल्टीनेशनल कंपनियों के मार्केट शेयर को कम करता जा रहा है।
2017 में दोगुना हो जाएगा पतंजलि का टर्नओवर?
आचार्य बालकृष्ण पर हुए यह दावा काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि कुछ समय पहले रामदेव ने पतंजलि का टर्नओवर 5 हजार करोड़ रुपया बताया था। 5 साल पहले बालकृष्ण ने कहा था कि उनके पास बैंक अकाउंट तक नहीं है। बता दें कि बालकृष्ण पतंजलि के 94% शेयर होल्डर हैं। हुरुन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'पतंजलि भारत का सबसे तेजी से बढ़ता FMCG ब्रॉन्ड है। 2015-16 में इंडियन मार्केट में इसकी ग्रोथ 150% रही है। फिलहाल पतंजलि का सालाना टर्नओवर 5000 करोड़ है। लेकिन, 2017 में दोगुना होने का अनुमान है।'
बालकृष्ण के बारे में कुछ खास तथ्य
बालकृष्ण ने 2011 में कहा था कि, 'मैंने 50-60 करोड़ का पर्सनल लोन लिया है। इसके अलावा मेरे पास कोई पर्सनल बैंक अकाउंट नहीं है।' 1995 में जब रामदेव इतने पॉप्युलर नहीं थे, तब बालकृष्ण ने रामदेव के गुरु शंकरदेव के आश्रम में दिव्य फार्मेसी शुरू की। इसे ट्रस्ट के तहत रजिस्टर्ड कराया गया। बालकृष्ण के माता-पिता नेपाली मूल के थे। उन्होंने वाराणसी के संस्कृत विश्वविद्यालय में पढ़ाई की।
सीबीआई ने दर्ज किया था केस
2011 में यूपीए सरकार के दौरान सीबीआई ने बालकृष्ण के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया था। इस मामले पर सीबीआई का कहना था कि, बालकृष्ण ने जाली डॉक्युमेंट्स से पासपोर्ट हासिल किया। इसके अलावा उनके नागरिकता पर भी सवाल उठे। इस मामले में दो साल तक जांच चलती रही और बाद में सबूत न मिलने पर बालकृष्ण को क्लीन चिट दे दी गई।
पतंजलि के मुनाफे में 233 फीसदी की बढ़ोतरी
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के आंकड़ों के मुताबिक, पतंजलि आयुर्वेद का 2013-14 में कुल मुनाफा 95.19 करोड़ रुपए था। 2014-15 में यह 196.31 करोड़ हो गया यानी सालभर में 108 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने 2015-16 में टैक्स चुकाने के बाद करीब 316.60 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया यानी पिछले तीन साल में पतंजलि के मुनाफे में 233 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उल्लेखनीय है कि हुरुन मैगजीन हर साल चीन के अमीर लोगों की लिस्ट जारी करती है। 2012 से इसने अमीर भारतीय सीईओ की लिस्ट जारी करना शुरू किया था।