
एमए कान्वेन्ट स्कूल के मैनेजर का कहना है कि राष्ट्रगान में 'भारत भाग्य विधाता' के 'भारत' शब्द से उन्हें आपत्ति है जब तक राष्ट्रगान में इस पंक्ति में भारत नहीं हटाया जाता वह स्कूल में राष्ट्रगान गाने नहीं देंगे। मामला आला अफसरों तक पहुंच गया है।
शिक्षकों ने बताया कि स्कूल में 15 अगस्त की तैयारियां चल रही थीं। बैठक में सभी शिक्षकों ने राय रखी कि राष्ट्रगान होना है। इस पर स्कूल प्रबंधन ने कहा कि राष्ट्रगान आज तक हमारे यहां नहीं हुआ और अब भी नहीं होगा। कारण पूछा तो कहा कि उसमें एक लाइन आती है 'भारत भाग्य विधाता' जो हमारे धर्म के खिलाफ है। भारत हमारे भाग्य का विधाता कैसे हो सकता है? इतना ही नहीं, शिक्षकों का कह दिया गया कि आप चाहें तो नौकरी छोड़कर जा सकते हैं।