
बागसेवनिया एवं आसपास इलाके की 83 एकड़ में हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी और इतने ही क्षेत्र में बसी अन्य कॉलोनियों में 30 किमी नर्मदा की लाइन बिछाने का काम लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। काम 2010 में शुरू हुआ। कांट्रेक्टर ने 2013 तक रुक-रुककर काम किया। 20 किलोमीटर लाइन बिछाकर उसने काम छोड़ दिया। काम पूरा नहीं होने के बाद भी अफसरों ने कांट्रेक्टर को तीन करोड़ का पूरा भुगतान कर दिया।
पहली किश्त का भुगतान आश्रय निधि से किया गया था जो कि रिजर्व खाते का पैसा होता है। यह इलाका गोविन्दपुरा विधानसभा क्षेत्र में आता है। काम अधूरा होने पर नागरिकों ने इसकी शिकायत पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर, कैलाश विजयवर्गीय व कमिश्नर से भी की।
यह हैं जिम्मेदार
काम का निरीक्षण और नेटवर्क बिछाने के दौरान गुणवत्ता पर नजर रखने की जिम्मेदारी नगर यंत्री एआर पंवार की है। काम के भौतिक सत्यापन की जिम्मेदारी भी इन्हींं की है। मीटर लगाने का काम भी इन्ही की निगरानी में चल रहा है। योजना दिसंबर 2016 में पूरी होना है। इस पर अबतक लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।