भोपाल में प्रेमी युगल की रहस्यमय सुसाइड

भोपाल। यहां एक रहस्यमय सुसाइड केस सामने आया है। रहस्यमय इसलिए क्योंंकि दोनों के पास सुसाइड का कोई कारण ही नहीं था। दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे। परिवार वाले शादी के लिए तैयार थे। लड़की नाबालिग थी, इसलिए शादी 1 साल बाद होने वाली थी। दोनों हर रोज मिलते थे। संदेह हुआ कि मर्डर होना चाहिए लेकिन पीएम रिपोर्ट में मर्डर के संकेत नहीं मिल रहे हैं। पुलिस उलझन में है कि जब कोई समस्या ही नहीं थी तो सुसाइड कैसे हो गया। 

किसान गोपाल बारस्कर की बेटी आरती (17) का करीब एक साल से भोबदा रैयत गांव के उमर सिंह अखंडे के बेटे नरेश (21) से प्रेम प्रसंग था। दोनों की शादी के लिए दोनों के घरवाले राजी थे, लेकिन आरती नाबालिग थी। घरवालों ने 2017 में शादी करवाने का भरोसा दिया था। नरेश ने सुखतवा के सरकारी कॉलेज से बीएससी फ़र्स्ट ईयर पास था। आरती ने 8वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। एएसआई एमएल रघुवंशी ने बताया रात 11:30 बजे सूचना मिली। इसके बाद शुक्रवार सुबह शवों को पेड़ से उतारा।

आरती के पिता के खेत में काम करता था नरेश
नरेश गोपाल के खेत पर काम करता था। वहां हाथ बंटाने आरती भी जाती थी। गुरुवार को आरती के माता-पिता सुखतवा बाजार और दो छोटे भाई स्कूल गए थे। सुबह 9 बजे नरेश और आरती खेत गए। शाम को तक वापस नहीं आए तो गोपाल और उसकी पत्नी ने तलाश शुरू की। दोनों के शव रात को महुए के पेड़ पर लटके मिले।

चार महीने पहले दोनों गांव से हुए थे गायब
कॉलेज के दौरान नरेश का आरती के घर आना-जाना था। इसी बीच दोनों में प्रेम हो गया। चार महीने पहले दोनों गांव छोड़कर कहीं चले गए थे। डेढ़ महीने बाद लौटकर आए। लौटकर आए तो शादी की जिद करने लगे। दोनों के घरवालों ने इसके लिए हामी भर दी। इसके बाद नरेश आरती के घर आकर रहने लगा था।

पुलिस को ये मिले सबूत
सफेद रस्सी से 15 फीट ऊंचे पेड़ की एक ही डाल पर दोनों के शव साथ लटके थे। दोनों शव जमीन से 10 फीट ऊपर थे। चोट के कोई निशान नहीं थे। पेड़ के नीचे जमीन पर नरेश की टोपी पड़ी थी।

जवाब मांगते ये सवाल
अगले साल दोनों के परिवारों की सहमति से शादी होने वाली थी तो फांसी क्यों लगाई? 
दोनों ने जब खेत में फांसी लगाई तो शाम तक किसी ने कैसे नहीं देखा? 
शव उतारने ग्रामीणों को लगानी पड़ी सीढ़ी तो इतने ऊपर दोनों चढ़े कैसे?

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