
एसपी आशुतोष प्रताप सिंह ने बताया कि सिवनी मालवा के हिरनखेड़ी में रहने वाली 17 साल की एक नाबालिग लड़की का गांव में रहने वाले राकेश साहू से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की की मां क्षमा और पिता श्रीराम को ये रिश्ता मंजूर नहीं था।
31 जुलाई की सुबह लड़की के माता-पिता दोनों प्रभात फेरी में गए हुए थे। वहां से लौटते वक्त उन्होंने बेटी को राकेश के घर से बाहर निकलते हुए देख लिया था। इस बात पर दोनों ने राकेश के साथ काफी विवाद किया था। इसके बाद वह बेटी को लेकर घर पर आ गए। आरोपी मां क्षमा ने बताया कि बेटी के प्रेम-प्रसंग की वजह से पूरे परिवार की बदनामी हो रही थी। इस वजह से पति श्रीराम ने बेटी को जिंदा जलाने का प्लान बनाया।
दराते और डंडे से हमला
आरोपी पिता श्रीराम ने पुलिस को बताया कि उसने दराते से और उसकी पत्नी ने डंडों से पिटाई कर बेटी को बुरी तरह जख्मी कर दिया। दर्द से कराह रही बेटी पर मां ने केरोसिन डाल दिया तो पिता ने उसे आग के हवाले कर दिया।
मर्डर के पहले सुसाइड नोट
मर्डर को सुसाइड बताने के लिए श्रीराम ने अपनी बेटी पर दबाव डालकर एक सुसाइड नोट भी लिखने को मजबूर किया। इस सुसाइड नोट में उससे प्रेमी राकेश पर धमकाने और परेशान करने का जिक्र करवाया गया था।
सबकुछ प्लान के मुताबिक हुआ। युवती इस कदर जल गई थी कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं थे। कभी पता नहीं चलता कि यह एक मर्डर है, लेकिन इस बीच एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में बेटी को जिंदा जलाने के बाद मां और पिता दोनों के चेहरे पर किसी तरह की कोई शिकन तक नहीं थी। दोनों बेफ्रिक होकर घर के बाहर टहलते रहे। बस फिर क्या था, पुलिस ने परिवार को ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। आरोपी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और सारा सच सामने आ गया।