
अब महिला आयोग जाएंगी
छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल घर की तरह होता है, जहां उनके कम्फर्ट फील होना चाहिए। ऐसे में यह आदेश अव्यावहारिक है। अगर इस कथित फरमान को नहीं बदला गया, तो वे महिला आयोग तक जाएंगी। वहीं, प्रबंधन मर्यादा बनाए रखने के लिए लड़कियों द्वारा इस गाइडलाइन को फॉलो करना जरूरी बता रहा है। प्रबंधन का कहना है कि माहौल न बिगड़े इसलिए यह नियम बनाया गया है। उधर, काउंसिल ऑफ वार्डन एनपी पाटीदार ने कहा कि छात्राओं की बात पर मैनेजमेंट विचार कर रहा है।
नए प्रावधानों के तहत छात्राओं के लिए कैंपस, डाइनिंग एरिया और गर्ल्स हॉस्टल के ऑफिस में छोटे कपड़े पहनने पर पाबंदी लगाई गई है। इन जगहों पर छात्राओं के मिनी स्कर्ट आदि पहनकर आने पर मनाही है। इस सात सूत्रीय गाइडलाइन में से किसी भी एक के उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और बगैर कोई नोटिस दिए हॉस्टल से निकाल दिया।