
ये लड़कियां महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के नागांव की महातवली विजयस की रहने वाली हैं। मनीषा (16) (काल्पनिक नाम) और अभिलाषा (17) (काल्पनिक नाम) दोनों बहनें हैं। दोनों अपनी सहेली सोनल (19) (काल्पनिक नाम) के साथ करीब एक माह पहले घर से भागी थीं। इसके बाद तीनों रुपए जुटाने के लिए अपने सोने के ईयर रिंग बेच दिए। फिर ट्रेन से झांसी पहुंचीं।पहली बार झांसी पहुंची इन लड़कियों ने स्टेशन के बाहर आकर ऑटो ड्राइवर से रहने का स्थान पूछा। ऑटो ड्राइवर ने इन्हें मदद का भरोसा दिया और झांसी के नई बस्ती इलाके में एक मकान में ले गया। यहां रहने के बाद तीनों लड़कियां जॉब तलाशने लगी।
सोनल के अनुसार, मकान मालिक ने उनकी खूब मदद की और खाने पकाने का सामान तक लाकर दिया। इसके कुछ दिन बाद ही वह रात में कमरे में आया और कहा, 'मैंने तुम लोगों की मदद की, अब हमारी इच्छापूर्ति करो। इसके बाद वह एक महिला से संपर्क कराया, जिसके तार दिल्ली से देह व्यापार से जुड़ा था। लड़कियों के अनुसार, महिला ने कहा कि इस धंधे में उतरो, अच्छी जॉब है। यहां तुम लोग इतना कमाओगी कि जिंदगी में कभी पैसे कम नहीं पड़ेंगे और बैठकर खाएगी। इसकी भनक लगते ही तीनों उसके घर से भाग निकली और पुलिस के पास पहुंच गईं।
सौतेली मां पीटती थी, इसलिए भागी घर से
बीए सेकंड इयर में पढ़ने वाली सोनल ने बताया कि उसके साथ आई मनीषा और अभिलाषा दोनों बहनें हैं। इनकी सौतेली मां दोनों को रोजाना किसी न किसी बात पर पिटाई करती थी। इसलिए वो घर से भाग निकली।