दलितों के लिए कांग्रेस का 'भीम भोज' कम्यूनिकेशन गेप का शिकार

लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर दलितों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने 'भीम भोज' की योजना बनाई परंतु यूपी के कई जिलों में इसकी सूचना ही नहीं पहुंची। अत: रायबरेली और अमेठी जैसे इलाकों में 'भीम भोज' का आयोजन ही नहीं हो पाया और कांग्रेस के हाथ से दलितों को लुभाने का एक अवसर हाथ से निकल गया। 

कांग्रेस प्रवक्ता विनय द्विवेदी ने बताया कि ऐसे किसी कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई थी।  हालांकि, तिलोई मेंराजीव गांधी विद्यापीठ महाविद्यालय में भीम भोज का आयोजन किया गया। सुलतानपुर में भी पार्टी कार्यालय पर ही भोजन बनवाया गया। लखनऊ में शहर कांग्रेस कमेटी ने समरसता दिवस मनाया। इसी के तहत भीम भोज का आयोजन किया गया।

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व कैंट विधायक डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने लालकुआं वार्ड के छितवापुर दलित बस्ती में दलित महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ भोज किया। बहराइच में भोज का आयोजन कांग्रेस भवन में हुआ। यहां भी किसी दलित नेता या कार्यकर्ता ने भीम भोज का आयोजन नहीं किया। लखीमपुर जिले में कांग्रेस का भीम भोज कार्यक्रम नहीं हुआ है। श्रावस्ती जिले में भी कहीं भीम भोज का आयोजन नहीं हो सका। यही हाल फैजाबाद में भी रहा। बाराबंकी में सांसद डॉ. पीएल पुनिया के आवास पर भीम भोज का आयोजन किया गया।

गोंडा में अनुसूचित जाति विभाग ने भीम भोज का आयोजन बांकेलाल पासवान के आवास पर किया। बलरामपुर में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के जन्मदिवस पर कांग्रेसियों ने भीम भोज का आयोजन नगर के खलवा मोहल्ले में रविदास मंदिर पर किया।

अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. सुरेंद्र सिंह गौतम ने भोज का आयोजन किया। पूर्वांचल भर में सिर्फ राजीव गांधी जयंती के कार्यक्रम कार्यकर्ताओं ने आयोजित किए, लेकिन भीम भोज के आयोजन की कोई सूचना नहीं रही। बुलंदशहर के खुर्जा और शिकारपुर में भीमभोज का आयोजन कर खानापूर्तिं कर दी गई। बागपत में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी रामकुमार सिह ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। नोएडा सेक्टर-37 स्थित दलित बस्ती में भीम भोज का आयोजन किया गया।

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