मुख्यमंत्री की बाढ़ प्रभावितों को सहायता घोषित, पढ़िए किसको कितनी मिलेगी

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाढ़ से प्रभावित हर व्यक्ति को सहायता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि एक-एक घर का सर्वे कर क्षति का आकलन कर सहायता राशि के साथ ही पुनर्वास सामग्री भी उपलब्ध करवायी जायेगी। श्री चौहान ने आज रीवा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें ढाँढस बँधाया। मुख्यमंत्री शनिवार को देर रात रेल मार्ग से सतना पहुँचे थे। मुख्यमंत्री मैहर में पीड़ितों से मुलाकात के बाद रीवा पहुँचे थे।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाढ़ के दौरान किसी की मृत्यु होने पर उसे मुआवजे के रूप में 4 लाख रुपये दिये जायेंगे। मकान पूर्णत: क्षतिग्रस्त होने पर 95 हजार रुपये और बाढ़ प्रभावित परिवार को 50 किलो गेहूँ दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ से गाय-भैंस की मृत्यु पर 30 हजार रुपये, बछड़ा-बछड़ी की मृत्यु पर 10 हजार, सुअर की मृत्यु पर 3000, मुर्गा-मुर्गी की मृत्यु पर 60 रुपये की सहायता संबंधित को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि झुग्गियों और दुकानों के क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल सहायता के तौर पर 6000 रुपये उपलब्ध करवाये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी-नालों के किनारे बसे व्यक्तियों को उनकी सहमति से सुरक्षित स्थान पर बसाने का भी कार्य किया जायेगा, जिससे उन्हें निचले इलाकों में आने वाली बाढ़ से होने वाले नुकसान से हमेशा के लिये निजात दिलवायी जा सके। मुख्यमंत्री रीवा में निपानिया, पदमधर कॉलोनी सहित अनेक बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुँचे और स्थिति का जायजा लिया। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि शहर में मलवा हटाकर व्यापक पैमाने पर सफाई कार्य किया जाये। ब्लीचिंग पावडर और दवाई का छिड़काव किया जाये, ताकि बीमारी न फैले। मृत पशुओं को तत्काल उठवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने और प्रभावितों को अगले दो दिन तक खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने बाढ़ में क्षतिग्रस्त घरों के स्वामियों को पन्नी और बाँस-बल्ली देने को कहा। श्री चौहान त्यौंथर और जवा भी गये और राहत-पुनर्वास कार्यों का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान बाढ़ प्रभावितों के लिये बनाये गये अस्थायी राहत शिविरों में भी पहुँचे। उन्होंने प्रभावितों के लिये दिये जाने वाले भोजन और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से कहा कि मैं आपके दुख-दर्द में सहभागी बनने आया हूँ। आपको हरसंभव सहायता दी जायेगी। उन्होंने स्वयं अपने हाथों से बाढ़ प्रभावितों को नाश्ता दिया।

मुख्यमंत्री निपनिया, अमरैया टोला भी गये। मुख्यमंत्री बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए श्री मोहनलाल साकेत के घर भी गये। उन्होंने इन क्षेत्रों में पानी निकासी के लिये नाली निर्माण करवाने को कहा। श्री चौहान विक्रम पुल, उन्नत पुल और झिरिया पुल भी गये। उन्होंने पानी के फैलाव से भी आपदा का अवलोकन किया। इस दौरान उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद श्री जनार्दन मिश्रा और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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