
जानकारी के मुताबिक, श्योपुर से 25 किलोमीटर दूर चक बमूल्या गांव के पास मंगलवार को नेरोगेज ट्रेन के इंजन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, जिससे ट्रेन पुल पर ही रुक गई। ट्रेन के फंसने के बारे में पता चलते ही यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया।
दो घंटे तक यात्री ट्रेन में ही फंसे रहे। डर के मारे महिलाएं और बच्चे रोने लगे गए। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर प्रशासन का अमला पहुंचा और पुलिस की सहायता से ट्रेन में से यात्रियों को नहर में सीढ़ी और रस्सी लगाकर उतारा गया। कुछ यात्रियों को ट्रेन की बोगियों के ऊपर से होकर सुरक्षित बाहर निकाला गया। ट्रेन को श्योपुर स्टेशन तक पहुंचाने के लिए सबलगढ़ से दूसरा इंजन भेजा गया, जो कई घंटों के बाद मौके पर पहुंचा और आखिरकार ट्रेन को पुल पर से हटाते हुए ट्रैक खाली किया गया।