मौनी बाबा के अंतिम दर्शन को उमड़ीं लाखों नम आखें, कृतध्न हृदय

निवाड़ी। नगर के 4 किमी की दूरी पर स्थित अड़जार धाम में वर्षों से तपस्या में लीन महान संत श्री श्री 1008 मौनी महाराज रविवार एकादशी के दिन ब्रहमलीन हो गये थे। महाराज जी के ब्रहमलीन होने की खबर जैसे ही नगर सहित क्षेत्र में लगी तो अड़जार धाम में शाम को ही हजारों की संख्या में श्रद्वालु सहित क्षेत्रीय विधायक अनिल जैन, एसडीएम अतेन्द्र सिंह गुजर्र, लाखन सिंह यादव मण्डी अध्यक्ष, अड़जार सरपंच कल्लू राय पहुंच गये। 

रात्रि में विधायक अनिल जैन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ राकेश खाखा तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि महाराज जी को के अंतिम दर्शन सुबह 7 बजे से किये जायेंगे तथा महाराज के दर्शनों की व्यवस्था के लिये स्थल निरीक्षण कर बैरिकेटिंग, पेयजल, पार्किंग, सुरक्षा आदि की व्यवस्थाओं के लिये अधिनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। सोमवार की सुबह महाराज जी की पवित्र देह के दर्शनों के लिये अड़जार धाम स्थित मंदिर की छत पर सिंहासन तैयार कर उस पर महाराज को बैठाया गया। 

सुबह 7 बजे से ही हजारों की संख्या में श्रद्वालु का आना प्रारम्भ हो गया जो दिनभर चलता रहा। नगर के रेलवे स्टेशन से मंदिर तक जगह-जगह पुलिस द्वारा बैरिकेटिंग लगाकर वाहनों को पार्किंग में खड़ा कराया गया। भारी गर्मी व उमस को देखते हुये प्रशासन के द्वारा जगह-जगह पानी के टैंकर लगाये गये थे। श्री श्री 1008 मौनी महाराज की कुटिया के पीछे ही समाधि स्थल बना गया जहां उन्हें सिद्वेश्वरपीठ के आचार्य हरिओम पाठक, छारद्वारी महाराज, संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य रामकिशन मिश्रा, मनीष महाराज एवं मंदिर के पुजारी सीताराम महाराज, रामदीप दास महाराज सहित अनेक साधु संतो की उपस्थित एवं मंत्रोच्चारण के मध्य उन्हें दोपहर में 2.30 बजे समाधि दे दी गई। 

मंदिर परिसर में सुबह से ही आईपीएस एवं जतारा एसडीओपी हितेश चौधरी, एसडीएम अतेन्द्र सिंह गुर्जर, तहसीलदार गुलाब सिंह बघेल, तहसीलदार पृथ्वीपुर सुमन पटेल, नगर निरीक्षक निवाड़ी विनायक शुक्ला, नगर परिषद सीएमओ रोहणी प्रसाद गुप्ता आदि व्यवस्थायें बनाते रहे। जिससे मंदिर परिसर में श्रद्वालुओं को बाबा के दर्शन करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नही करना पड़ा। इस दौरान मंदिर में भजन कीर्तन का सिलसिला चलता रहा वहीं कई भक्तों की आंखें नम देखी गई। वहीं सूत्रों की माने तो करीब 1 लाख से अधिक लोगों ने बाबा की अंतिम दर्शन किये। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री के भाई गोविन्द सिंह चौहान भोपाल, रामशरण राय झांसी,बृजेन्द्र सिंह राठौर, श्याम सुन्दर परीछा, पप्पू सेठ, अवधेश राठौर, रमेश निराला स्वंतत्र धूसर, राघवेन्द्र पायक, संतोष धूसर, अनिल सौनकिया, ओमप्रकाश मोदी सहित अनेक लोगों की विशेष भूमिका रही।  

महाराज के परिजन भी हुये शामिल
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की तहसील कुलपहाड़ के ग्राम कमालपुरा के निवासी मौनी बाबा का सही हरिश्चन्द्र रायकवार था। इनके पिता का नाम हल्के रायकवार था। इन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही अपना परिवार छोड़कर साधना में लीन हो गये थे। इनके परिवार में दो  अन्य भाई हरप्रसाद,नारायण दास है एवं बहिन फुल्ली देवी रायकवार एवं बाबा के पुत्र प्रकाश रायकवार व नाती पूरन रायकवार तथा पत्नि भी शामिल हुई। बाबा के परिजन बताते है कि मूल रूप से वह लोग खेती किसानी करते है। बाबा का विवाह 15 वर्ष की आयु में पनवाड़ी ब्लॉक में हुआ था।   

नगर का बाजार रहा बंद
मौनी महाराज के ब्रहमलीन हो जाने पर नगर एवं क्षेत्र शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार की सुबह निवाड़ी नगर एवं निवाड़ी तिगैला का बाजार पूरी तरह से बंद रहा तथा कई शासकीय एंव अशासकीय विद्यालयों में श्रद्वांजलि सभा आयोजित कर स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया गया। वहीं नगर शासकीय कार्यालयों में भी सन्नाटा छाया रहा।

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