
बता दें कि इस आयोजन में कांग्रेस के पूर्व नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह के साथ उन्होंने ना केवल कांग्रेस का झंडा थामा बल्कि लहराया भी। इस घटनाक्रम को राजनीति में बाबूलाल गौर की भाजपा से नाराजगी एवं कांग्रेस से बढ़ता प्रेम के तौर पर देखा जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने साफ किया कि राजनीति में उन्होंने आज तक जो भी पाया है वह उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की ही देन हैं। गौर ने साफ किया कि वह मरते दम तक भारतीय जनता पार्टी का साथ नहीं छोड़ेंगे। जबकि शिवराज सरकार के एक मंत्री का कहना है कि उन्होंने बाबूलाल गौर द्वारा कांग्रेसी झंडा लहराने का वीडियो फुटेज देखा है। वीडियो फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि झंडा पकड़ते समय बाबूलाल ने यह देख लिया था कि यह कांग्रेस का झंडा है। बावजूद इसके गौर काफी देर तक पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और विधायक आरिफ अकील के साथ झंडा लहराते रहे।