
उनकी बहन जयश्री ने आवेदन में बताया ग्राम इस्लामपुरा (पुराने बायपास के समीप) में खसरा नंबर 224, 232/3, 233, 249, 250, 257, 276, 279 हैं। माता की मृत्यु के बाद उनके हिस्से में 1/5 जमीनें आई थीं। वे 650 किमी दूर पुणे में रहती हैं। उनके बड़े भाई करणसिंह और छोटे हेमेंद्रसिंह उनकी जमीनों की निगरानी करते थे। आरोप है कि करणसिंह ने बगैर उन्हें जानकारी दिए कुल 29-30 बीघा जमीनें स्वयं की दर्शाकर बेच दीं। नोटिस देने पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
आयकर विभाग का नोटिस आने पर पहुंची धार
12 अगस्त को जयश्री देवकर को आयकर विभाग का करीब 3 करोड़ की रिकवरी नोटिस मिला, जिसके बाद वे शनिवार को धार आईं और थाने पर आवेदन दिया। पंवार पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की। एसआई बीपी तिवारी ने कहा आवेदन पर जांच की जाएगी। प्रणामों के आधार पर आगामी कार्रवाई करेंगे।
मामला न्यायालय में है: करण सिंह
इस मामले में आरोपी करणसिंह पंवार, पूर्व विधायक का कहना है कि मैंने सिविल कोर्ट में वाद लगाया है। इसमें प्रापर्टी से जुड़े सभी दस्तावेज संलग्न किए हैं। पॉवर ऑफ अटॉर्नी, बंटवारा समेत सभी के दस्तावेज हैं, जिन पर तीनों बहनों और दोनों भाइयों की सहमति और हस्ताक्षर हैं। मेरा जो भी जवाब है मैं कोर्ट में ही दूंगा। अन्यथा मुझमें और इज्जतदार परिवार के भीतर की बात को इस तरह उछालने वालों में क्या अंतर रहेगा।