
प्रारंभिक हिसाब लगाया गया है कि सातवां वेतनमान दिया गया तो 5 हजार करोड़ से अधिक का अतिरिक्त भार आयेगा। राज्य में इस समय कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन के नाम पर 20 हजार करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हुर्इं तो राज्य में कुल वेतन हिस्सा 25 हजार करोड़ से अधिक हो जायेगा। इससे राज्य का कुल बजट पौने दो लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा।
सीएम ने कहा तो देखेंगे
मुख्यमंत्री ने अगर सातवां वेतनमान देने की बात कही है तो इसे देखेंगे। केन्द्र से अधिसूचना जारी होने के बाद वित्त विभाग गंभीर है। मुख्यमंत्री से इस संबंध में चर्चा होना स्वाभाविक है। तैयारी हमेशा चलती रहती है। कर्मचारियों के हित में सरकार सकारात्मक कदम उठायेगी।
जयंत मलैया मंत्री वित्त