मप्र में राशन के लिए छात्रावास के बच्चों से बैलगाड़ी खिंचवाई जाती है

भोपाल। मप्र के छात्रावासों में क्या कुछ नहीं होता। हर रोज नए नए कारनामे सामने आते हैं। ताजा मामला धार से आ रहा है। यहां शासकीय छात्रावास में रह रहे बच्चों से राशन के लिए बैलगाड़ी खिंचवाई जाती है। 4 बच्चों को बैल की जगह जोत दिया जाता है जो करीब आधा किलोमीटर तक राशन से भरी बैलगाड़ी खींचते हैं। पिछले 11 महीने से यह लगातार जारी है। 

जानकारी के मुताबिक, धार जिले के ग्राम भारती आश्रम शासकीय छात्रावास में रह रहे बच्चे इन दिनों बैलों का काम कर रहे हैं। हॉस्टल अधीक्षक बच्चों से ही बैलगाड़ी को खिंचवाते हुए दुकान से राशन मंगवा रहा है। इसके लिए चार-पांच बच्चे एक साथ भेजे जाते हैं, ताकि वो बैलगाड़ी अच्छे से खींच सकें। बैलगाड़ी को खींचते हुए उसे करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान पर ले जाया जाता है, जहां से वो कई किलो राशन से भरी बोरियों को लेकर वापस हॉस्टल आते हैं।

बच्चों की मानें तो वो ये काम कई बार कर चुके हैं। वहीं ग्रामीणों ने भी इस बात की पुष्टि की है। उनकी मानें तो बच्चों पर ये अत्याचार पिछले 11 महीने से चला आ रहा है, फिर भी इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई। 

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