सिवनी। एक बार फिर से इंदिरा गांधी जिला अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में भर्ती चार प्रसूताओं को मंगलवार देर रात एक्सपायरी डेट की बॉटल चढ़ा दी गई। बोटल लगने के कुछ देर बाद जब प्रसूताओं की हालत बिगड़ने लगी तब वॉर्ड की नर्सों को पता चला कि उन्होंने एक्सपायरी डेट की बॉटल चढ़ाई है। जानकारी लगते सुबह चारो प्रसूताओं के परिजनों ने इस लापरवाही पर जमकर हंगामा किया। डॉक्टरों की टीम ने चारों प्रसूताओं का चैकअप कर दवाइयां दी। उनकी हालत में सुधार होने के बाद परिजन शांत हुए।
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं को ग्लूकोज की बॉटल लगने के कुछ देर बाद बेचैनी होने लगी। साथ ही बॉटल का ग्लूकोज शरीर के अंदर जाना बंद हो गया और प्रसूताओं के हाथों में सूजन बढ़ने लगी। इस पर परिजनों ने स्टॉफ नर्स को बुलाया। इस दौरान परिजनों ने बॉटल पर गौर किया तो उसमें एक्सपायरी डेट जनवरी 2015 अंकित थी। जब स्टॉफ नर्स को इस बात का आभास हुआ कि उन्होंने एक्सपायरी डेट की बॉटल चढ़ा दी है तो वे घबरा गई। आनन फानन में उन्होंने सभी बॉटलों को बदल डाला।
रात में चारों प्रसूताओं के परिजन शांत रहे लेकिन इस लापरवाही के चलते प्रसूताओं की हालत बिगड़ने के चलते आक्रोश देखा गया। परिजनों ने इस लापरवाही पर नर्सों से बहस की। इस मामले में जिला अस्पताल में पदस्थ आरएमओ डॉक्टर पी सूर्या ने बताया कि प्रसूताओं को वार्ड प्रभारी दर्शना खान की लापरवाही से एक्सपायरी डेट की ग्लूकोज बॉटलें चढ़ गई थी। जांच के बाद सिविल सर्जन पुष्पा तेकाम ने नर्स को वार्ड के प्रभार से हटा दिया है।