
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने एक शब्द में जवाब दिया ‘हां’। पीएम ने सांसदों से यह भी कहा कि ब्रिटेन अपने परमाणु हथियारों को नष्ट कर देता है तो यह संपूर्ण गैरजिम्मेदार कार्रवाई होगी। थेरेसा मे ने कहा कि यूके का ट्राइडन्ट मिसाइल सिस्टम देश के दुश्मनों से बचाव के लिए है। उन्होंने इस मामले में अपने आलोचकों को भी घेरा। इससे पहले के प्रधानमंत्री इस तरह के काल्पनिक सवालों का जवाब देने से बचते थे कि क्या वे न्यूक्लियर बटन दबाने के लिए तैयार हैं। शीत युद्ध के आखिरी वर्षों के विदेश सचिव सर जेफ्री हाऊ ने कहा था कि यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब किसी भी प्रधानमंत्री को कभी भी सीधा नहीं देना चाहिए।
हालांकि पीएम मे को पता है कि विपक्षी लेबर पार्टी के नेता इस मामले में अपनी पोजिशन के साथ हैं। जाहिर है उनकी पोजिशन विपरीत थी। बिना पूछे संसद में विपक्ष के नेता जर्मी कोर्बिन ने खुद से बयान देते हुए कहा, मैं लाखों बेगुनाहों की जान लेने पर कोई फैसला नहीं लेने जा रहा। मैं नहीं मानता कि इंटरनैशनल रिलेशन में व्यापक जनसंहार की कोई प्रासंगिकता है। न्यूक्लियर वेपन्स के नवीनीकरण को लेकर सोमवार को वोटिंग का फैसला डेविड कैमरन ने किया था। कैमरन संसद में तीसरी लाइन में बैठे थे। उन्होंने कहा कि उनकी उत्तराधिकारी ने हाउस ऑफ कॉमन्स में जो कहा है कि उसमें वैसा कुछ भी नहीं है।