
बीजेपी विधायक मोहन यादव ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में इस घटना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले सुबह पांच बजे उनके पास पुलिस थाने से फोन आया था जिसमें व्यक्ति ने अपने आपको बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का भांजा बताया। उसने बताया कि शांति एक्सप्रेस में सफर के दौरान उसका सामान चोरी हो गया है।
यादव का कहना है कि उन्होंने अपने समर्थकों को भेजकर न केवल संबंधित व्यक्ति को महाकाल के दर्शन कराए बल्कि आर्थिक रूप से मदद भी की। उक्त व्यक्ति ने यादव से एक लाख रुपए की सहायता करने को कहा था लेकिन इतनी बड़ी राशि न होने की बात कहते हुए उसे 65 हजार रुपए और एक मोबाइल फोन दिला दिया था। उसका एयर टिकट भी कराया था लेकिन वह हवाई जहाज से नहीं गया। बाद में उक्त व्यक्ति की असलियत सामने आई तब पुलिस में सूचना दी।