
कश्मीर में स्थानीय आतंकी नेता की मौत को लेकर व्यापक हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। संसद के मानसून सत्र के पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "विभिन्न दलों ने कश्मीर की घटनाओं पर जो बयान दिए हैं, उससे देश को लाभ हुआ है। इन्होंने सही संदेश दिया है और मैं इसके लिए सभी दलों को धन्यवाद देता हूं।"
सर्वदलीय बैठक में ये तो साफ हो गया है कि कांग्रेस इस सत्र में ऐसा कोई मुद्दा नहीं छोड़ेगी जिससे केंद्र सरकार बचकर निकल सके। देश की आंतरिक स्थिति, अरुणाचल प्रदेश मामला, कश्मीर हिंसा पर सदन के गरमाने के पूरे आसार हैं। कांग्रेस और वामदल मिलकर दोनों सदनों में ताजा मामलों पर जमकर बरसेंगे।
कांग्रेस कश्मीर पर मांगेगी जवाब
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार से जवाब मांगेगी और घेरेगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की हालत गंभीर है। इस पर संसद में चर्चा की जानी चाहिए और सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और अरुणाचल मुद्दे पर भी सरकार को जवाब देना होगा। साथ ही केंद्र और राज्य के रिश्ते भी बैठक के साथ-साथ बड़े मुद्दे रहे।