
मध्यप्रदेश में नए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब सूबे में जातिगत आधार पर लोग लामबद्ध हो रहे हैं और खुद भाजपा के पूर्व विधायक इस काम को अंजाम दे रहे हैं। प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री और कुछ महीने पहले ही शिवराज सरकार से उपकृत होकर बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष बने डॉ रामकृष्ण कुसमरिया इसकी अगुवाई भी कर रहे हैं।
दरअसल मौका था दमोह में आयोजित कुर्मी समाज के प्रादेशिक सम्मलेन का। जिसमें प्रदेश के साथ देश के कई हिस्सों से कुर्मी समाज के नेता जमा हुए थे। कुसमरिया इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपने मन की भड़ास निकाली। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया की प्रदेश के छतरपुर इलाके में बुंदेला, कुर्मियों का खुलेआम शोषण करने के साथ अत्याचार कर रहे हैं और सरकार खामोश है।
इतना ही नहीं बाकायदा प्रेस कॉफ्रेंस बुलाकर कुर्मी नेताओं ने शिवराज पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा संगठन और शिवराज को बार-बार बताने के बाद भी सरकार में कुर्मियों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। जिसके बाद सूबे में किसी बड़े आंदोलन की तैयारी भी समाज कर रहा है।