
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जगदीश शिंदे के मुताबिक, ये लड़कियां मध्यप्रदेश के शहडोल की रहने वाली हैं। एक लड़की ने पुलिस को जो बात बताई है वह चौकाने वाली है। उसे फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर यहां लाया गया था। लड़कियां युवक के झांसे में आ गई और उसके साथ फिल्मी चकाचौंध का हिस्सा बनने के लिए घर छोड़ कर निकल पड़ी। इसके बाद इन्हें कई फर्जी डायरेक्टर प्रोड्यूसरों से मिलवाया गया और कांप्रामाइज के नाम पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए राजी किया गया। कहा गया कि दोनों बेहतरीन डांसर बन सकतीं हैं। स्क्रीन टेस्ट के नाम पर अधनंग बदन अश्लील गानों पर डांस करवाया जाता था। दोनों को कई बार बेचा गया। और महीनों तक वैश्यावृत्ती कराई गई।
लड़की की निशानदेही पर सरोज देवी (65) और संजय सिंह (42) को आईपीसी की धारा 372, 373, 376/34 और अनैतिक व्यापार अधिनियम 1951 की धारा 4,5,6,7 (नाबालिग से जबरदस्ती देह व्यापार करवाने) के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में आगे की छानबीन कर रही है। फिलहाल पीड़ित को मुंबई के नारी निकेतन में रखा गया है।