
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, रीठी थाना क्षेत्र के हरदुआ में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। शिकायतकर्ता की बेटी का डेढ़ साल पहले उसके चाचा के लड़के ने अपहरण कर लिया था। इसी मामले में फरियादी की तरफ से मजबूती से पक्ष रखने के एवज में सरकारी ज्ञानेंद्र तिवारी ने 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
शिकायकर्ता पहली किश्त में 11 हजार रुपए की रिश्वत दे चुका था। सरकारी वकील के दूसरी बार रिश्वत के लिए दबाव बनाने पर फरियादी पक्ष ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी। शिकायत की तस्दीक करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने ज्ञानेंद्र तिवारी को कटनी रेलवे स्टेशन पर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। ज्ञानेंद्र तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।