
केरल के रहने वाले दोनों भाई अरुण और अनूप जॉर्ज जो देश के बिजली संकट को अतीत बनाना चाहते हैं। इन दोनों ने इस समस्या के लिए नया उपाय खोजा है। उनका कहना है कि इससे पारिस्थितिक संतुलन पर भी असर नहीं पड़ेगा।
एक इंटरव्यू में दोनों ने कहा, 'हमारा लक्ष्य ऊर्जा गरीबी को खत्म करना, संघर्ष कर रहे राज्यों के पावर ग्रिड पर निर्भरता को कम करना और जरूरतमंदों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।'
अरुण जॉर्ज की मानें तो जब एक छोटी पवन चक्की 1 किलोवाट उर्जा पैदा करती है तो इसका खर्च लगभग 4000 से 10000 यूएस डॉलर तक आता है यानि करीब 3 से 7 लाख रुपए। लेकिन, इस उपकरण को लेने के लिए आपको जीवनभर के लिए 50000 रुपए की कीमत देनी होगी। एक तरह से देखा जाए तो जीवनभर की बिजली के लिए के लिए ये कीमत बहुत ज्यादा नहीं है।